कवि के साथ :३ :
दिनांक ३ दिसंबर २०११ की संध्या को नई दिल्ली के हैबीटेट सेंटर में कवि के साथ कार्यक्रम सफलता पूर्वक संपन्न हुआ. ये "कवि के साथ " की कड़ी का तीसरा आयोजन था जिसमें तीन सत्र थे .
प्रथम सत्र का आरम्भ प्रभात रंजन ने कवियों को आमंत्रित करते हुए किया . वरिष्ठ कवि मंगलेश डबराल और युवा कवयित्री लीना मल्होत्रा राव ने अपनी कविताओं का पाठ किया. चेतन क्रांति किसी कारणवश नहीं आ पाए .
सत्र का आरम्भ लीना की कविताओं से हुआ. इस सत्र में उन्होंने अपनी चर्चित कविता कुट्टी, ठंडी हवा, प्यार में धोखा खाई लड़की, आफ्रा आदि सुनायीं जिन्हें श्रोताओं ने खूब सराहा .
इसके पश्चात् मंगलेश जी ने कविता पाठ किया. उनकी कविताएँ संगतकार, दुःख और गुणानंद पथिक ख़ास पसंद की गईं .
दूसरे सत्र में कवि और श्रोताओं के बीच संवाद था. शुरुआत लीना जी ने अपनी टिपण्णी से की. मंगलेश जी ने भी लीना जी से प्रश्न पूछे. श्रोताओं में उपस्थित सईद अय्यूब और ललित जी के प्रश्न कविता और उसके सामजिक सरोकार पर कुछ महत्त्वपूर्ण बातें सामने ला सके.
इसके बाद निरुपम जी ने एक अन्य कार्यक्रम "समन्वय " के बारे में जानकारी दी .कार्यक्रम का सञ्चालन आशुतोष कर रहे थे.
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